Back pain: आजकल के शहरी जीवनशैली में कमर दर्द एक बहुत ही आम समस्या है. डॉक्टर के पास जाने और काम पर न जा पाने के सबसे प्रमुख कारणों में से एक कमर दर्द है. यही नहीं कमरदर्द दुनियाभर में विकलांगता (Disability) का सबसे बड़ा कारण है. कमर दर्द के मामलों में अच्छी बात यह है कि ज्यादातर मामलों में दर्द होने से पहले ही इस स्थिति को रोका जा सकता है या दर्द होने पर उससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है. अगर आप दर्द शुरू होने से रोक नहीं पाते हैं, तो दर्द साधारण घरेलू उपायों के जरिए दर्द में राहत मिल सकती है. कुछ एक्सरसाइज और अपने उठने, बैठने व लेटने के तरीकों में सुधार करके दर्द से कुछ ही हफ्तों में छुटकारा मिल सकता है. आमतौर पर कमरदर्द में सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है.Also Read - World Kidney Day 2022: किडनी के दर्द और पीठ के दर्द में क्या है अंतर? जानें यहां
कमर दर्द के लक्षण – Back Pain Symptoms
कमर दर्द होने पर आप उसे आसानी से महसूस कर पाएंगे. लेकिन कई अन्य लक्षण भी होते हैं जिन्हें कमरदर्द से पीड़ित व्यक्ति ही महसूस कर सकता है. Also Read - Yoga For Back Pain: 5 योग मुद्राएं जो आपको पीठ दर्द से छुटकारा दिला सकती हैं | Watch Video
- मांसपेशियों में दर्द
- अचानक तेज दर्द होना
- जलन होना
- चाकू चुभने जैसा दर्द होना
- दर्द का पैरों की तरफ बढ़ना
- पैर मोड़ने, उठाने, चलने या खड़े रहने पर गंभीर दर्द महसूस होना
डॉक्टर को कब दिखाएं – When to see a doctor
जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा, ज्यादातर मामलों में घरेलू इलाज और आराम करने से कुछ ही हफ्तों में कमर दर्द से राहत मिल जाती है. जब दर्द बहुत ज्यादा हो और घरेलू उपायों व आराम करने पर दर्द में राहत न मिले तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए. निम्न कुछ अवस्थाएं हैं, जब आपको यथाशीघ्र डॉक्टर के पास जाना चाहिए. Also Read - Back Pain Home Remedies: घर से काम करने की वजह से हो रहा है कमर दर्द तो अपनाएं ये घरेलू तरीके, मिलेगा बेहद जल्द आराम
- दर्द का कई हफ्तों तक बने रहना
- गंभीर दर्द होना और आराम करने पर भी दर्द में राहत न मिलना
- दर्द का एक या दोनों पैरों की तरफ बढ़ना, खासतौर पर दर्ध घुटनों से नीचे बढ़ना
- एक या दोनों पैरों में कमजोरी, सुन्न होना या झुनझुनी महसूस होना
- अचानक बिना किसी कारण वजन कम होना
- कुछ मामलों में कमर दर्द की वजह से गंभीर मेडिकल समस्या हो सकती है, ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
- आंत या मूत्राशय से जुड़ी समस्याएं होना
- बुखार के साथ ऊपर बताई गई समस्याएं होना
- गिरने के बाद पीठ में झटका या कोई चोट लगने पर
कमर दर्द के कारण – Causes of back pain
आमतौर पर कमर दर्द का कोई कारण आपको स्पष्ट रूप से नजर नहीं आएगा. जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह टेस्ट और एक्सरे, एमआरआई आदि की मदद से दर्द का कारण जानने की कोशिश करते हैं. कमर दर्द से जुड़ी कुछ स्थितियों में शामिल हैं.
- मांसपेशियों या लिगामेंट में किसी तरह का खिंचाव
- बार-बार भारी वजन उठाना
- कमर झुकाने, अचानक उठने या अचानक रुकने या किसी तरफ मुड़ने पर भी कमर दर्द हो सकता है.
- अगर आपकी शारीरिक स्थिति खराब है और आपकी पीठ पर लगातार दबाव पड़ रहा है तो मांसपेशियों में दर्द हो सकता है.
- डिस्क में बल्जिंग या रप्चर डिस्क की समस्या होना
- आर्थराइटिस या गठिया की वजह से कमर दर्द हो सकता है.
- ऑस्टियोआर्थराइटिस की वजह से भी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है.
- ऑस्टियोपोरोसिस
आपको कमर दर्द हो सकता है अगर – Risk factors of Back pain
कमर दर्द की शिकायक किसी को भी हो सकती है. यहां तक कि बच्चों को भी कमर दर्द हो सकता है. निम्न कुछ कारण आपको कमर दर्द के गंभीर खतरे में डाल सकते हैं.
- उम्र – जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे आपको कमरदर्द की शिकायत बढ़ सकती है. खासतौर पर 30-40 की उम्र के बाद यह समस्या ज्यादा हो सकती है.
- व्यायाम न करना – आपके कमर की कमजोर मांसपेशियां, जिनका इस्तेमाल नहीं होता है वह आपको गंभीर कमरदर्द दे सकती हैं, इसलिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें
- ज्यादा वजन होना – अगर आपका वजन ज्यादा है तो इससे आपकी कमर पर ज्यादा भार पड़ता है, जिससे आपको कमर दर्द की शिकायत हो सकती है.
- बीमारियां – कुछ प्रकार के आर्थराइटिस और कैंसर भी कमर दर्द का कारण बन सकते हैं.
- वजन उठाना – अगर आप वजन उठाने के लिए पैरों की बजाय कमर का इस्तेमाल करेंगे तो कमर दर्द हो सकता है.
- साइक्लॉजिकल कंडीशन – अवसाद और चिंता से ग्रसित रहने वाले लोगों में पीठ दर्द का खतरा ज्यादा रहता है.
- धूम्रपान – धूम्रपान करने वालों को कमर दर्द की शिकायत हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि धूम्रपान से खांसी की समस्या ज्यादा होती है, जिसके कारण हर्निएटिड डिस्क की समस्या हो सकती है. धूम्रपान की वजह से रीढ़ में खून का प्रवाह भी कम हो सकता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है.
कमर दर्द से कैसे बचें – Prevention of Back pain
- आप कमर दर्द से बच सकते हैं. कमर दर्द को होने से रोक सकते हैं. अगर पहले से कमर दर्द की समस्या रही है तो उसके तीव्रता और बार-बार होने से रोक सकते हैं. इसके लिए आपको निम्न कदम उठाने होंगे.
- व्यायाम करें – आपको नियमित तौर पर कम प्रभावी एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए, यह आपकी कमर में खिंचाव य झटके नहीं लगने देगी. यह व्यायाम करने से आपकी कमर मजबूत होगी और मांसपेशियों को अच्छी तरह से काम करने में सक्षम बनाएगी. वॉकिंग और स्वीमिंग अच्छे विकल्प हैं.
- स्वस्थ वजन बनाए रखें – जैसा कि आपने ऊपर बढ़ा, ज्यादा वजन होने से कमर पर ज्यादा भार पड़ता है, इससे कमर की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है. वजन नियंत्रित करके कमर दर्द होने से बचा जा सकता है.
- मांसपेशियों का मजबूती बढ़ाएं और लचीलापन लाएं – पेट और पीठ की मांसपेशियों के व्यायाम उनकी स्थिति में सुधार करता है. ये मिलकर कमर के लिए एक प्राकृतिक कोर्सेट का काम करते हैं. कूल्हों और पैरों के ऊपरी हिस्सों में लचीलापन पेल्विक की हड्डियों की मजबूती बढ़ाती है.
- ऐसी किसी भी गतिविधि से बचें, जिसके कारण कमर पर दबाव पड़े या किसी तरह का ट्विस्ट आए.
- ठीक से खड़े हों – आपको सीधे खड़े होना चाहिए, किसी भी स्थिति में न झुकें. पीछ के निचले हिस्से से कुछ भार उठाने से बचें. खड़े रहने के लिए एक पैर को छोटे स्टूल पर रखें और बारी-बारी से पैर बदलते रहें.
- ठीक से बैठें – कमर के निचले हिस्से और हाथों को सहारा देने वाली कुर्सी का चुनाव करें. रीढ़ की हड्डी के कर्व को सामान्य रखने के लिए कमर के पिछले हिस्से में कुशन रखें या तौलिया मोड़कर रखें. बैठने की मुद्रा को हर 15-20 मिनट में बदलते रहें.
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